सुसमाचार के अच्छे फलों की कटनी काटने के पर्व, यानी पतझड़ के पर्वों से पहले नए सिरे से सजाए–संवारे गए 9 नए मन्दिर परमेश्वर को समर्पित किए गए। 1 सितंबर को डेजन के ह्वेदक चर्च से शुरू करके, डेजन के दोंगु व सान्ने चर्च और नोनसान चर्च ने 5 तारीख को, और ग्वांगयांग चर्च, बोसंग चर्च, इकसान के अयांग चर्च, गिमजे चर्च और जनजु के ससिन चर्च ने 10 और 11 तारीख को नए मन्दिरों के उद्घाटन के लिए आराधना आयोजित की।

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पड़ोसी चर्चों के सदस्यों ने भी आराधना में भाग लिया, और माता ने ऐसे अनुग्रहपूर्ण मन्दिरों को प्रदान करने के लिए पिता को धन्यवाद दिया, जहां सभी खोए हुए और बिछुड़े हुए स्वर्गीय परिवार वाले इकट्ठे हो सकते हैं। माता ने प्रार्थना की कि सभी संतान पतझड़ के पर्वों के माध्यम से पिछली बरसात का पवित्र आत्मा पाएं और बहुतायत में सुसमाचार के फल पैदा करें। माता ने नए मन्दिरों को सुसज्जित करने के लिए कड़ी मेहनत करनेवाले सदस्यों की सराहना की और सदस्यों को मन्दिरों को स्थापित करने के पीछे परमेश्वर की इच्छा को महसूस करने और बहुतों को धार्मिकता की राह दिखाने की शिक्षा दी।
प्रधान पादरी किम जू चिअल ने बताया कि धार्मिकता की राह जिसे परमेश्वर ने हमें सिखाया, वह बाइबल की शिक्षाओं पर आज्ञाकारी रहना और मानव जाति की सत्य की ओर अगुवाई करना है। यीशु जिन्होंने चालीस दिनों तक उपवास करने के बाद शैतान को हरा दिया था उनकी कथा को सुनाते हुए उन्होंने कहा, “चाहे कैसी भी कठिनाई क्यों न हो, कृपया हार न मानते हुए अन्त तक उस धार्मिकता की राह पर चलिए जिस पर मसीह हमसे पहले चले।” और उन्होंने यह कहते हुए पूरे संसार में प्रेम और उद्धार का समाचार सुनाने वाले चर्च और सदस्यों की भूमिका पर जोर दिया, “विश्वास करनेवाले के लिये सब कुछ हो सकता है। कृपया दृढ़ विश्वास कीजिए कि वह महिमामय दिन अवश्य ही आएगा जब हम उस विशाल स्वर्ग की दुनिया के वारिस होंगे जो हमारी कल्पना से बिल्कुल परे है। सब जातियों के लोगों को चेला बनाकर उन्हें परमेश्वर की आज्ञाओं को मानना सिखाने की महान आज्ञा का पालन करते हुए संसार को बचाने के लिए अपना सर्वोत्तम प्रयास कीजिए।”
2015 में केवल कोरिया में 31 नए मन्दिरों के उद्घाटनों के लिए आराधनाएं आयोजित की गईं। कोरिया के हर मुख्य शहर में निर्मित हो रहे नए मन्दिर ये साबित करते हैं कि तेज गति से चर्च ऑफ गॉड और सुसमाचार के कार्य का विकास हो रहा है।
उद्घाटन समारोह समाप्त होने के बाद सदस्यों ने एक स्वर में कहा, “हमें लगता है कि परमेश्वर ने हमें और बड़ा मन्दिर इसलिए दिया है क्योंकि हमारे आसपास ऐसे बहुत से स्वर्गीय परिवार के सदस्य हैं जिन्हें हमें ढूंढ़ना चाहिए।” और उन्होंने चेहरे पर प्रसन्नता का भाव रखते हुए अपना दृढ संकल्प जाहिर किया कि आज तक जारी रही परमेश्वर की मेहनतों को बर्बाद न करने के लिए वे प्रेम के साथ एक बनेंगे और एकता का फल उत्पन्न करेंगे।

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- Iglesia de Dios de Boseong

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- Iglesia de Dios de Gimje

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- Iglesia de Dios de Nonsan

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- Iglesia de Dios de Donggu, Daejeon

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- Iglesia de Dios de Sannae, Daejeon

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- Iglesia de Dios de Hoideok, Daejeon

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- Iglesia de Dios de Eoyang, Yiksan

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- Iglesia de Dios de Gwangyang, Jeonnam

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- Iglesia de Dios de Seosin, Jeonju