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वर्ष 2015 अंतर्राष्ट्रीय युवक–युवती फोरम

  • País | कोरिया
  • Fecha | Agosto 30, 2015
“जीवन में जवानी सिर्फ एक बार आती है”(एच. डब्ल्यू. लॉन्गफेलो, एक अमेरिकी कवि)।
“पैसे से कुछ भी खरीदा जा सकता है, लेकिन पैसा जवानी को नहीं खरीद सकता”(एफ. रायमुंड, एक ऑस्ट्रियाई नाटककार)।

ⓒ 2015 WATV
प्रतिष्ठित व्यक्तियों की कहावत बताने की जरूरत नहीं, क्योंकि हर कोई जवानी के महत्व को जानता है। फिर भी बहुत से युवक–युवती यह न जानते हुए भटकते हैं कि वे कैसे अपने जवानी के दिन बिताएं।

30 अगस्त को वर्ष 2015 अंतर्राष्ट्रीय युवक–युवती फोरम उन युवा सदस्यों के लिए आयोजित किया गया था जो अपने जीवन की स्वर्णिम अवधि को अधिक अर्थपूर्ण तरीके से बिताना चाहते थे। समाज के विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले युवा सदस्य, पुरोहित कर्मचारी, शिक्षक आदि 3,500 से अधिक लोगों ने ओकछन गो एन्ड कम प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। कोरिया में कुछ समय के लिए ठहर रहे बहुत से विदेशी सदस्य और पुरोहित कर्मचारियों ने भी भाग लेकर अंतर्राष्ट्रीय फोरम का गौरव बढ़ाया।

ⓒ 2015 WATV
फोरम के पहले भाग में आराधना के दौरान माता ने युवा सदस्यों को बहुतायत से आशीष दी, ताकि वे सभी जो अपनी परिस्थितियों में ईमानदारी से काम करते हुए अपने विश्वास को दृढ़ बना रहे हैं, परमेश्वर की इच्छा का पालन कर सकें और स्वर्ग की महिमा का आनन्द उठा सकें। माता ने युवा सदस्यों को प्रोत्साहित करते हुए कहा, “वे आपको दर्शाते हैं जो परमेश्वर के पराक्रम के दिन भोर की ओस के समान स्वेच्छाबलि बनते हैं(भज 110:3)। बहुत से युवक–युवती आर्थिक संकट और कभी न खत्म होने वाली आपदाओं के कारण अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। आप समुद्र–रूपी कार्यस्थल में मनुष्यों को बचाने वाले मछुए हैं, तो कृपया बड़े यत्‍‌न से लोगों को जीवन का सत्य और परमेश्वर के प्रेम को प्रदान कीजिए(यूह 4:28–32; रोम 10:13–15)”


प्रधान पादरी किम जू चिअल ने पूछा, “हम कैसे पृथ्वी पर 7 अरब लोगों को सुसमाचार का प्रचार कर सकते हैं?” उन्होंने हवाई जहाज का आविष्कार करने वाले राइट बंधु जैसे लोगों और घटनाओं का उदाहरण दिया जिनसे लोगों की निश्चित धारणा टूट गई और मानव सभ्यता विकसित हो गई, और उन्होंने कहा, “परमेश्वर उनके द्वारा काम करते हैं जो विश्वास करते हैं कि वे कर सकते हैं। आइए हम विशाल अंतरिक्ष का प्रबंध करने वाले परमेश्वर के समान व्यापक और विशाल दृष्टिकोण रखें और 7 अरब लोगों को उद्धार का मार्ग बताएं”(फिलि 4:13; यिर्म 32:27; मत 24:14)

आराधना के बाद फोरम शुरू हुआ जिसमें युवा सदस्यों के विश्वास और उनके सुसमाचार के लक्ष्य को लेकर प्रदर्शन और चर्चा की गई। पादरी किम जू चिअल ने अपने मुख्य भाषण में जवानी के महत्व पर जोर दिया और कहा, “जो आप अभी करते हैं, उससे आपके भविष्य का फैसला होता है। भविष्य में वह दिन आएगा जब बाइबल की भविष्यवाणियां पूरी होंगी। कृपया यह सोचिए कि आपको उस भविष्य के लिए क्या करना चाहिए, और खुद को परमेश्वर के कार्य के प्रति समर्पित कीजिए जिस प्रकार यूसुफ और दानिय्येलन जैसे विश्वास के पूर्वजों ने परमेश्वर में बिना किसी पछतावे के अपने जवानी के दिन बिताए, और नायक बनिए जो सुसमाचार का कार्य पूरा करते हैं।”

उनके भाषण के बाद, कोरियाई और विदेशी युवा सदस्यों के सुसमाचार के कार्य के सफल उदाहरणों का प्रदर्शन किया गया। कोरिया के चर्चों के प्रस्तुतकर्ताओं ने जिन्होंने पिन्तेकुस्त के दिन के मौके पर युवक–युवती प्रचार समारोह के दौरान उत्कृष्ट परिणाम उत्पन्न किया था, स्पष्ट रूप से बताया कि शुरू में उनका विश्वास बाहरी परिस्थितियों से आसानी से डगमगाता था और उनमें जोश और हिम्मत की कमी थी, लेकिन अपने आपको बदलकर उन्हें सफल परिणाम मिला, और फिर उन्होंने भविष्य के लिए लक्ष्य और योजनाओं का ब्यौरा प्रस्तुत किया। विदेशी चर्चों के युवक–युवतियों के उदाहरण भी वीडियो के जरिए दिखाए गए। उन्होंने विदेशी युवा सदस्यों के द्वारा आश्चर्यजनक रूप से किए जा रहे सुसमाचार के कार्यों की वर्तमान स्थिति को देखा और यह भी देखा कि उन्होंने सुसमाचार का कार्य करने के दौरान हुई अपनी गलती को कैसे सुधारा और उन्हें क्या एहसास हुआ, और इससे उन्होंने अपने आत्मिक नजरिए को विस्तारित किया। उसके बाद, उन्होंने एक और वीडियो देखा जिसमें थॉमस एडिसन, स्टीव जॉब्स आदि महान व्यक्तियों के बारे में बताया गया जिन्होंने अपनी जवानी के दिनों में समझदार चुनाव करके समाज में योगदान दिया, और जिसमें सिय्योन के सदस्यों ने जिन्होंने उनसे पहले अपनी जवानी के दिनों को समझदारी से बिताया था, अच्छी सलाह दी।

आखिर में युवा सदस्यों ने मिलकर सुसमाचार के कार्य के लिए चर्चा की। अध्यक्षों की अगुवाई में युवा सदस्यों ने अलग–अलग समूह बनाकर अपनी राय बताई और दूसरों की राय ध्यान से सुनी और सुसमाचार के कार्य की दिशा और लक्ष्य निर्धारित किया। उत्साहपूर्ण माहौल में उन्होंने दिल खोलकर अपनी बातें कहीं और अपने अनुभवों को बांटा।

मलेशिया के कुआलालंपुर चर्च के डीकन थॉमस गोह फोंग छी ने कहा, “युवा सदस्यों की सबसे बड़ी खूबी यह है कि बाइबल में भविष्यवाणियों के नायकों के रूप में उनकी गवाही दी गई है। भले ही उन्हें अलग–अलग योग्यताएं दी गई हैं, लेकिन यदि वे ‘माता का प्रेम और शिक्षाएं’ नामक कुंजी को न खोएं, तो मैं विश्वास करता हूं कि वे सभी सुसमाचार के द्वार को खोल सकेंगे।”

फोरम समाप्त होने पर अचानक से मुसलाधार वर्षा होने लगी। वर्षा को देखकर, युवा सदस्यों ने महसूस किया कि उनकी चिंताएं बह गई हैं।

“मेरे आसपास बहुत से लोग मुझे सलाह देते हैं कि मेरे जीवन में सबसे महत्वपूर्ण अवधि जवानी का समय है। बिना किसी पछतावे के उसे अर्थपूर्ण तरीके से बिताने के लिए मुझे पहले उसके मूल्य को जानने की जरूरत है। तीर के समान उड़ रहे मूल्यवान समय को अच्छी तरह बिताते हुए मैं परमेश्वर के इतिहास में एक मूल्यवान पदचिन्ह छोड़ना चाहती हूं।”(छांगवन, कोरिया से सोंग ह्ये जिन)
“आज, मुझे महसूस हुआ कि मुझे सिर्फ कुछ लोगों को ही नहीं, लेकिन हर एक को सुसमाचार का प्रचार करना चाहिए। अभी भी मेरे चारों ओर बहुत से लोग हैं जो सत्य को नहीं जानते। किसी दूसरे को प्रचार करने का भार देने के बदले, मैं स्वयं उन्हें सत्य का प्रचार करूंगा।”(इनचान, कोरिया से सिन दोंग हुन)
विश्वासयोग्य युवा सदस्यों ने सुसमाचार के कार्य के प्रति अपनी आकांक्षाओं को व्यक्त किया। वर्षा के बाद साफ हुए आसमान की तरह वे उज्ज्वल और तरोताजा दिख रहे थे।

ⓒ 2015 WATV