ⓒ 2018 WATV
Arise & Shine 2018 अंतरराष्ट्रीय बाइबल सेमिनार 1 नवंबर को कोरिया के नई यरूशलेम फानग्यो मंदिर में आयोजित किया गया था। यह एक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम था जिसका उद्देश्य परमेश्वर को जानने देना था ताकि हम सभी लोगों का नेतृत्व उद्धार की ओर कर सकें। व्याख्यान-दाता शिक्षण, चिकित्सा उपचार और इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग इत्यादि के क्षेत्र में सात विशेषज्ञ थे। 25 देशों के विदेशी सदस्यों, कोरियाई सदस्यों और बाइबल पर रूची रखने वाले नागरिकों समेत लगभग 2,500 से अधिक लोगों ने व्याख्यान पर ध्यान दिया।
माता ने अपने उद्घाटन भाषण से सेमिनार में सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने प्रतिभागियों को यह कहते हुए जागृत किया, “हमारा आत्मिक स्वदेश स्वर्ग है। वह शानदार आनन्द और खुशी से भरी हुई जगह है,” और आशा की कि सभी लोग बाइबल पर विश्वास करके स्वर्ग की आशीष प्राप्त करें।
प्रधान पादरी किम जू-चिअल ने कहा, “आइए हम अपने जीवन के बोझ से बचकर अपनी आत्मा और उद्धार के विषय में सोचने का एक अवसर का समय लें,” और आशा की कि सेमिनार के द्वारा प्रतिभागियों के जीवन में सुंदर बदलाव हो।
अमेरिका, स्पेन, पेरू, फिलीपींस, मेक्सिको और दक्षिण अफ्रीका गणराज्य से आए व्याख्यान-दाताओं का एक समान विषय माता परमेश्वर था। लंबे समय तक ईसाइयों ने परमेश्वर को सिर्फ एक परमेश्वर, पिता परमेश्वर के रूप में समझा है, परन्तु उत्पत्ति से प्रकाशितवाक्य तक बाइबल की 66 पुस्तकें पिता परमेश्वर के साथ-साथ माता परमेश्वर के अस्तित्व की साक्षी देती हैं।
व्याख्यान-दाताओं ने शिक्षण, चिकित्सा उपचार, इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग, आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस इत्यादि विशेषज्ञान के आधार पर विभिन्न विषयों के साथ माता परमेश्वर के बारे में गहराई से गवही दी जैसे कि “सारी सृष्टि में छिपी हुई स्वर्गीय माता” (जेनिफर पिकॉप के द्वारा, ऑटिज्म का विशेषज्ञ) और “सार्वभौमिक ऊर्जा का स्रोत, आत्मिक एकीकृत परिपथ” (राफेल अनोनुएवो दिमाकलांगन के द्वारा, इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग के प्रोफेसर) इत्यादि।
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सेमिनार भली-भांति स्वीकार किया गया। उन्होंने कहा कि माता परमेश्वर के अस्तित्व को विभिन्न शैक्षिक दृष्टिकोण से साबित करना प्रभावशाली था। चिली में एक कंपनी के तकनीकी सलाहकार पाब्लो एंड्रेस ने अपनी धारणा के बारे में बताया कि सेमिनार ने सड़क चिन्ह को प्रस्तुत किया ताकि सात अरब लोग अनंत खुशी और आशीष का स्रोत, परमेश्वर को ढूंढ़ सकें। किम उन आ जिसने दोंग सियोल विश्वविद्यालय में अपने अध्यापक के साथ सेमिनार में भाग लिया, ने कहा, “एक छात्रा के रूप में, मेरे पास उन्नत ज्ञान के सेमिनार में भाग लेने का कोई अवसर नहीं है। यह मेरे लिए कुछ सीखने का एक ताजा अनुभव था जिसे मैं आसानी से सुन नहीं सकती। मेरे अध्यापक माता परमेश्वर के विषय में और भी जानना चाहते हैं।” व्याख्यान-दाताओं में से एक लॉर्न रेनॉल्ड्स ने कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा कि विज्ञान और बाइबल अच्छी तरह से मेल खाती है, लेकिन जब मैंने माता परमेश्वर के विषय में सीखा, मैं यह जान गया कि विज्ञान वास्तव में साबित करता है कि बाइबल सत्य है।” मुझे आशा है कि सभी लोग बाइबल और विज्ञान में आखिरी पहेली टुकड़ा, माता परमेश्वर को खोजें।
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